Bank Manager कैसे बनें। How to become a Bank Manager.
अगर आप सोच रहे हैं बैंक मैनेजर बनने के लिए तो यह देख लीजिए क्या क्या जिम्मेदारी होती है। Bank Manager इसमें कस्टमर को आकर्षक स्कीम या प्रोडक्ट विकसित करके कस्टमर को अपनी ओर आकर्षित करना और बैंक में जो कर्मचारी होते हैं। उन्हें किस तरह से काम करना है उन्हें बताना एवं उन्हें सही से गाइड करना होता है।और बैंक में क्या कब कैसे होगा यह बैंक मैनेजर का काम होता है।
इसमें जो बड़ी-बड़ी जिम्मेदारी होती है। उसे बैंक मैनेजर के अंतर्गत ही रखा जाता है। वैसे तो बैंक मैनेजर बहुत तरह के होते हैं। मगर बैंक में एक मैनेजर होते ही हैं। बैंक मैनेजर को अपने कर्मचारी को किस तरह से सुबह से काम करना होता है। शाम तक उन्हें बताना होता है। एवं कस्टमर को किस तरह से समझाना होता है वह बैंक मैनेजर ही समझते हैं। और यह भी देखना होता है, कि बैंक के रिकॉर्ड और स्टेटमेंट ठीक से बने है या नहीं।
बैंक की रणनीति अच्छी तरह से देखना एवं किस तरह से हम बैंक को आगे ले जा सकते हैं यह बैंक मैनेजर पर ही निर्भर रहता है। जिससे की बैंक के ग्राहक बैंक की कार्य एवं सुविधा से संतुष्ट रहे जिससे की किसी भी ग्राहक को कोई दिक्कत का सामना न करना पड़े। बैंकिंग ऑपरेशन से सम्बंधित अलग अलग डाटा बेस बनाना और उन्हें डेवलप करना। बैंक के लिए एनुअल ऑपरेशन और एक्सपेंडिचर बजट तैयार करना। दिन बाह के लेन देन के हिसाब को असियोर्ड करते है।
बैंक मैनेजर बनने के लिए कितनी योग्यता चाहिए। What is the qualification required to become a bank manager?
दोस्तों अगर आपको बैंक मैनेजर बनना है तो आपको बहुत मेहनत और लगन से पढ़ाई करनी होगी। क्योंकि आपको फाइनेंसियल से जुड़े तमाम काम आपको करने होंगे दोस्तों अगर आप चाह रहे हैं। वह मैनेजर की तैयारी करें तो सबसे पहले आपके पास भारत की नागरिकता नागरिकता अवश्य होनी चाहिए। बैंक मैनेजर की पोस्ट के लिए मैनेजमेंट की पोस्ट का होना बहुत जरूरी है। एमबीए या बीजीएम डी की डिग्री का होना बहुत जरूरी है।
वे अभ्यर्थी सरकारी बैंक में मैनेजर की पोस्ट की तैयारी करना चाहते हैं। उन्हें आईबीपीएस एग्जाम क्वालीफाई करना होता है और जो प्राइवेट बैंक में मैनेजर की तैयारी कर रहे हैं। जो की उन अभ्यर्थियों को पियो प्रोग्राम ज्वाइन करना बहुत जरूरी है। जिसके लिए 21 से 30 वर्ष के ग्रेडुएड उम्मीदवार 55 परसेंट अंकों के साथ इस पोस्ट के लिए योग्य हो सकते हैं।
वही sc-st और obc को 5 और 3 साल तक की छूट प्रदान की जाती है। अगर आप यह सब डिग्रियां हासिल कर ली तो आप बैंक मैनेजर फॉर्म भरने से लेकर बैंक मैनेजर बनने योग्य हैं। दोस्तों इसका मतलब ये नहीं है। की आप इन सभी कोर्सेस या डिग्रियां पाने के बाद आप बैंक मैनेजर बन जायेंगे। बल्कि बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको इसका एग्जाम देना होगा।
एक बैंक में कितने मैनेजर होते हैं।
दोस्तों अगर आप बैंक मैनेजर बनना चाह रहे हैं तो यह जानना बेहद जरूरी है कि बैंक मैनेजर कितने प्रकार के होते हैं तभी आप उनके कामों को अच्छी तरह से समझ पाएंगे। और मैनेजर बनने पर आप अपनी जिम्मेदारियां सही से निभा पाएंगे।
बैंक मैनेजर चार प्रकार के होते हैं।
1. Branch Manager
2. Service Manager
3. Senior Bank Manager
4. Junior Manager
Branch Manager :- बैंक मैनेजर एक ब्रांच के प्रमुख होते हैं। जो बैंक से जुड़े तमाम काम देखते हैं। जो बैंक से जुड़े तमाम काम देते हैं बैंक कैसे मैनेजमेंट हो एवं डेवलप हो और कैसे बैंक को फायदा पहुंचे। यह योजना बनाते हैं इसके साथ ग्राहकों को संतुष्टि दिलाने की जिम्मेदारी बैंक मैनेजर की ही होती है। बैंक मैनेजर अपने बैंक के तमाम फैसले लेते हैं जैसे कि फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन से संबंधित फैसले लेते हैं।
Service Manager :- दोस्तों सर्विस मैनेजर बैंक की सभी सेवाओं को बनाये रखने और ग्राहको को सँभालने के जिम्मेद्दारी होती है ये ग्राहको को बैंक की तमाम सुविधाएं उपलब्ध करना सुनिश्चित करते है इसके अलावा बैंक के कर्मचारियों को निर्देश देना ,स्कीम्स की जानकारी देना ,बैंक की रिपोर्ट को देखना ,ग्राहको से अच्छी सम्बन्ध बनाये रखने का काम सर्विस मैनेजर का होता है।
Senior Bank Manager :- दोस्तों सीनियर बैंक मैनेजर बैंक की गतिविधियों, ग्राहको प्रदान की जाने वाली सेवाओं के मैनेजमेंट के लिए जिम्मेदार होते है वे बैंक की हैरिंग प्रक्रिया एवं अन्य सम्बंधित सेवाओं में भी भाग लेते है। सीनियर बैंक मैनेजर बैंक के उदेश्यो के अनुसार वितरण ग्राहक सेवा मानव संसाधन प्रशाशन विपरीत निर्देश सभी को देते है।
Junior Manager :- दोस्तों जूनियर बैंक मैनेजर सीनियर बैंक मैनेजर के सुपरवाइजर के रूप में कार्य करते हैं। वह मैनेजमेंट एक्टिविटीज को सुचारू रूप से संचालन को सुनिश्चित करते हैं। और बैंक के अधिकारियों के मैनेजमेंट के लिए जिम्मेदार होते हैं। वे दिन और प्रतिदिन का व्यवसाय चलाते हैं। और ग्राहक सम्बन्ध बनाने में तेजी से शामिल होते है। बिखरी रणनीतियों और लक्ष्यों तक पहुंचने में मदद करते है।
बैंक मैनेजर बनने के लिए 12वीं के बाद क्या करें। What to do after 12th to become a bank manager?
दोस्तों अगर आप 12th के बाद आप बैंक मैनेजर बनने का आपका सपना है तो आप बैंक मैनेजर बनने के लिए यह सभी कोर्सों में से किसी एक कोर्स को करके आप बैंक मैनेजर की नौकरी हासिल कर सकते हैं।
Bachelor of Business Administration (BBA)
Bachelor of Commerce (B.Com)
Master of Commerce (M.Com)
Master of Business Administration (MBA)
सरकारी बैंक में नौकरी कैसे पाएं।
दोस्तों अगर आप सरकारी बैंक में नौकरी करना चाहते है। तो आपको IBPS (Institute Of Banking Personal Selection) की परीक्षा को पास करना होगा। परीक्षा पास करने के बाद सरकारी बैंक में नौकरी पा सकते है। अगर आपने IBPS की परीक्षा पास कर ली तो उसके बाद बैंक में मैनेजर के पद पर निकलने वाली भर्ती में शामिल हो सकते है। सरकारी बैंक मैनेजर बन सकते है।
प्राइवेट बैंक में नौकरी कैसे पाएं।
अगर आप प्राइवेट बैंक में नौकरी करना चाहते है तो आपको PO Program ज्वाइन करना होगा। यह प्रोग्राम प्राइवेट बैंक और सिक्किम मणिपाल साथ में चलाते प्रोग्राम अवधि की समाप्ति के बाद अभियार्थी को विभिन्न बैंको के लिए चुना जाता है। इन बैंक के अलावा एक और बैंक है जिसे सहकारी बैंक या ( Cooperative Bank ) में मैनेजर या सहायक मैनेजर का सिलेक्श written एवं Interview के द्वारा किया जाता है।
बैंक मैनेजर के लिए कौन सी परीक्षा देनी होगी।
दोस्तों सरकारी बैंको में भर्ति होने के लिए आपको तीन चरण में आपको परीक्षा देना होता है पहले दो चरणों में रिटेन टेस्ट होता है। जिसे Pre और Mains कहा जाता है और अंतिम पड़ाव इंटरव्यू का होता है। अभियार्थी की लघु सूची प्रत्येक चरण Pre , Mains और इंटरव्यू में की जाती है। अंतिम मेरिट लिस्ट और इंटरव्यू में अंको के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है।
गवर्नमेंट बैंक मैनेजर की सैलरी कितनी होती है।
दोस्तों अगर हम सैलरी की बात करे तो वैसे इसमें किसी भी नौकरी क मुकाबले सैलरी ज्यादा होती है दोस्तों अगर एक सरकारी बैंक मैनेजर की सैलरी की बात करे तो इसकी सैलरी 65000 से 75000 रूपये तक सैलरी हो सकती है। गवर्नमेंट बैंक मैनेजर की सैलरी कितनी होती है।
प्राइवेट बैंक मैनेजर की सैलरी कितनी होती है।
जबकि प्राइवेट बैंक मैनेजर की सैलरी बात करे तो इसकी सैलरी 80000 से 90000 रूपये तक होती है।
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